Vaibhav Lakshmi Ki Aarti : संपूर्ण आरती पाठ हिंदी में

Vaibhav Lakshmi Ki Aarti माँ लक्ष्मी की पूजा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो व्रत या पूजन के अंत में गाई जाती है। इस आरती के माध्यम से भक्त अपने भाव, भक्ति और कृतज्ञता को माँ लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करता है। वैभव लक्ष्मी की आरती गाने से वातावरण में दिव्यता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे मन को शांति और आत्मा को संतोष मिलता है। यह आरती विशेष रूप से शुक्रवार के दिन, वैभव लक्ष्मी व्रत के समय, श्रद्धा से की जाती है ताकि माँ की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और वैभव बना रहे।

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Vaibhav Lakshmi Ki Aarti | In Hindi

ओम जय वैभव लक्ष्मी माता, मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।
भक्तों के हितकारिनी सुख वैभव दाता।।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।

वैभव लक्ष्मी मां का नाम जो लेता, सब सुख संपत्ति पाता।
मैया अन्न धन सब पाता, दुख दारिद्र मिट जाता, मनवांछित फल पाता।।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।

भक्तों की हितकारिनी, सुख आनंद करनी।
जो भी तुमको ध्याता, सब सदगुण पाता।।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता ।

तू है जग की माता, जग पालक रानी।
हाथ जोड़ गुण गाते, जग के सब प्राणी।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।

तेरी शरण जो आता, मैया भक्ति तेरी पाता।
मां तेरी ममता पा के, अंत स्वर्ग जाता।।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता

ओम जय वैभव लक्ष्मी माता, मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।
भक्तों के हितकारिनी सुख वैभव दाता।।
मैया जय वैभव लक्ष्मी माता।

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Vaibhav Lakshmi Ki Aarti | Full Video In Hindi

भक्ति भाव से की गई आरती का फल

जब आरती सच्चे भक्ति भाव, श्रद्धा और समर्पण से की जाती है, तो वह केवल एक धार्मिक क्रिया न रहकर ईश्वर से आत्मिक जुड़ाव का माध्यम बन जाती है। वैभव लक्ष्मी की आरती यदि पूर्ण श्रद्धा और शांत मन से की जाए, तो माँ लक्ष्मी प्रसन्न होकर अपने भक्त के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और वैभव प्रदान करती हैं। ऐसी आरती से घर का वातावरण पवित्र होता है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार में आनंद तथा सौहार्द बना रहता है। इसलिए आरती करते समय मन की एकाग्रता, हृदय की पवित्रता और आत्मा की सच्चाई सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है।

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