Sai Baba Aarti : साईं बाबा की आरती के शब्द और महत्व

Sai Baba Aarti साईं भक्तों की भक्ति भावना को प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह आरती साईं बाबा के प्रति प्रेम, आस्था और समर्पण का प्रतीक है, जो भक्तों को मानसिक शांति और आत्मिक बल प्रदान करती है। आरती के समय भक्त साईं बाबा का ध्यान करते हैं, भजन गाते हैं और अपने मन की सभी बातों को बाबा के चरणों में अर्पित करते हैं। साईं बाबा की आरती दिन में चार बार होती है — सुबह, दोपहर, शाम और रात्रि में — और हर आरती के अपने विशिष्ट महत्व और भाव होते हैं।

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Sai Baba Aarti | In Hindi

आरती साईबाबा 
सौख्यदातार जीवा चरणरजतळीं 
द्यावा दासा विसावा, भक्ता विसावा 
आरती साईबाबा 

जाळुनिया अनंग
स्वस्वरूपी राहे दंग 
मुमुक्षु जनां दावी निज डोळां श्रीरंग 
आरती साईबाबा 

जया मनीं जैसा भाव 
तया तैसा अनुभव 
दाविसी दयाघना ऐसी तुझी ही माव 
आरती साईबाबा 

तुमचें नाम ध्याता 
हरे संसृतिव्यथा 
अगाध तव करणीं मार्ग दाविसी अनाथा 
आरती साईबाबा 

कलियुगीं अवतार 
सगुणब्रह्म साचार 
अवतीर्ण झालासे स्वामी, दत्त दिगंबर 
आरती साईबाबा 

आठां दिवसां गुरुवारी 
भक्त करिती वारी 
प्रभुपद पहावया भवभय निवारी 
आरती साईबाबा 

माझा निज द्रव्य ठेवा 
तव चरण रजसेवा 
मागणे हेंचि आतां तुम्हा देवाधिदेवा 
आरती साईबाबा 

इच्छित दीन चातक 
निर्मल तोय निजसुख 
पाजावें माधवा या सांभाळ आपुली भाक 
आरती साईबाबा

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Sai Baba Aarti Lyrics | Full Video In Hindi & English

आरती के लाभ और महत्व:

साईं बाबा की आरती न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह आत्मा को शुद्ध करने और मन को शांति देने वाला एक शक्तिशाली माध्यम भी है। नियमित रूप से साईं आरती करने से भक्तों को मानसिक तनाव, भय और नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है। यह भक्त और बाबा के बीच एक आध्यात्मिक सेतु बनाती है, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, विश्वास और सुख-शांति का संचार होता है। आरती के माध्यम से बाबा की कृपा सहज रूप से प्राप्त होती है और भक्त का जीवन आध्यात्मिक रूप से समृद्ध होता है।

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