
Mangalvar Vrat Vidhi का पालन श्रद्धा और नियमपूर्वक करना अत्यंत आवश्यक होता है। इस दिन व्रती को प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करने चाहिए और हनुमान जी का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए। पूजा में लाल फूल, चोला, सिंदूर, गुड़ और चने का विशेष महत्व होता है। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करके भगवान हनुमान की आरती करनी चाहिए। दिनभर व्रत रखकर केवल एक समय सात्विक भोजन करना चाहिए, वह भी नमक रहित। इस विधि से व्रत करने पर भगवान हनुमान शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं।
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Mangalvar Vrat Vidhi
1. व्रत की पूर्व तैयारी:
- सोमवार रात्रि को जल्दी सो जाएँ।
- सात्विक विचारों के साथ दिन की शुरुआत का संकल्प लें।
- व्रत वाले दिन लाल वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
2. प्रातः काल की विधि:
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे लाल या भगवा वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल को स्वच्छ करके वहाँ हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- एक साफ चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएँ और उस पर मूर्ति रखें।
3. संकल्प लेना:
- हाथ में जल, चावल और फूल लेकर व्रत का संकल्प लें: “ॐ मंगलाय नमः, हनुमते नमः, आज मैं मंगलवार का व्रत श्रद्धापूर्वक रख रहा/रही हूँ।”
4. पूजन सामग्री:
- लाल फूल
- गुड़ और चने (काले या सफेद)
- सिंदूर और चोला
- दीपक (घी का)
- नारियल, रोली, अक्षत
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण की पुस्तक
5. पूजन विधि:
- पहले गणेश जी का स्मरण करें, फिर हनुमान जी का पूजन आरंभ करें।
- हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएँ।
- लाल फूल अर्पित करें और गुड़-चना का नैवेद्य चढ़ाएँ।
- दीपक जलाकर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करें।
- अंत में आरती करें – “आरती कीजै हनुमान लला की…”
6. व्रत नियम:
- इस दिन नमक और तामसिक भोजन (लहसुन-प्याज आदि) का त्याग करें।
- दिनभर उपवास रखें – केवल फलाहार या एक बार सात्विक भोजन (व्रत का भोजन) कर सकते हैं।
- झूठ, क्रोध और असत्य वचन से बचें।
7. व्रत का समापन:
- शाम को फिर से दीप जलाकर हनुमान जी की आरती करें।
- रात्रि को सात्विक भोजन या फलाहार करके व्रत पूर्ण करें।
- यदि आप यह व्रत लगातार रखते हैं तो 21 या 11 मंगलवार व्रत पूरे होने पर एक बार सामूहिक या गरीबों को भोजन कराना शुभ होता है।
8. विशेष ध्यान देने योग्य बातें:
- हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए ब्रह्मचर्य का पालन करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- हनुमान जी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए।
- मंगलवार को बाल कटवाना, नाखून काटना या दाढ़ी बनवाना वर्जित माना जाता है।
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Mangalvar Vrat Vidhi | Full Video
हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के अन्य सरल उपाय
हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए मंगलवार व्रत के अतिरिक्त कई सरल और प्रभावशाली उपाय भी किए जा सकते हैं। प्रतिदिन प्रातःकाल और संध्या समय हनुमान चालीसा का पाठ करना अत्यंत फलदायी होता है। बजरंग बाण, सुंदरकांड या रामचरितमानस का पाठ भी हनुमान जी को अति प्रिय है। हनुमान जी को लाल फूल, सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करना उनके प्रति भक्ति का प्रतीक माना जाता है।
हर मंगलवार या शनिवार को जरूरतमंदों को गुड़-चना, लाल वस्त्र, या भोजन का दान करना भी अत्यंत पुण्यकारी माना गया है। ब्रह्मचर्य का पालन, सत्य बोलना और सेवा भावना से जीवन जीना – ये सब हनुमान जी की कृपा को शीघ्र प्राप्त कराने वाले साधन हैं। ऐसे सरल उपायों से भी भक्त भगवान हनुमान के विशेष आशीर्वाद के पात्र बन सकते हैं।
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